Friday, May 7, 2010

माझी फोटोग्राफीची हौस

"त्याचा" तिसरा डोळा

केरळच्या किनार्‍यावर उघडला होता तेव्हा....

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हरीततृणांच्या मखमालीवरती,
डोलत होती, ती फुलराणी !


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पराग कण की नागांचे फणे ?


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The thinker

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