"त्याचा" तिसरा डोळा
केरळच्या किनार्यावर उघडला होता तेव्हा....
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हरीततृणांच्या मखमालीवरती,
डोलत होती, ती फुलराणी !
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पराग कण की नागांचे फणे ?
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The thinker
केरळच्या किनार्यावर उघडला होता तेव्हा....
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हरीततृणांच्या मखमालीवरती,
डोलत होती, ती फुलराणी !
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पराग कण की नागांचे फणे ?
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The thinker
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