"त्याचा" तिसरा डोळा
केरळच्या किनार्यावर उघडला होता तेव्हा....
---------------------------------------------------------------------------------------------
हरीततृणांच्या मखमालीवरती,
डोलत होती, ती फुलराणी !

--------------------------------------------------------------------------------------------------
पराग कण की नागांचे फणे ?

--------------------------------------------------------------------------------------------------
The thinker


---------------------------------------------------------------------------------------------
हरीततृणांच्या मखमालीवरती,
डोलत होती, ती फुलराणी !

--------------------------------------------------------------------------------------------------
पराग कण की नागांचे फणे ?

--------------------------------------------------------------------------------------------------
The thinker

No comments:
Post a Comment